BLOG POST 17: The ALZHEIMER'S



ALZHEIMER'S एक प्रगतिशील विकार है जिसके कारण दिमाग की कोशिकाएं (Brain cells) खराब हो जाती हैं और धीरे धीरे निष्क्रीय होने लगती हैं। ALZHEIMER'S रोग DEMENTIA का सबसे आम कारण है - इसके चलते इंसान की सोच, उनके व्यवहार और उनके सामाजिक कुशलताओ में लगातार गिरावट होने लगती हैं। साथ ही साथ मरीज की स्वतंत्र रूप से कार्य करने की क्षमता को भी बाधित करती है।

ALZHEIMER'S रोग का नाम Dr. Alois ALZHEIMER के नाम पर रखा गया है।  1906 में, Dr.ALZHEIMER ने एक महिला के brain tissues में परिवर्तन देखा, जिनकी असामान्य मानसिक बीमारी से मृत्यु हो गई थी।

लक्षण:
इस बीमारी में, घटनाओं या बातचीत को भूलना शुरुआती लक्षण होते हैं। जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है, ALZHEIMER'S का मरीज  memory loss का सामना करने लगता हैं और रोजमर्रा के कार्यों को करने की क्षमता खो देने लागता है। उन्हें अपने विचारों की व्यवस्थापन में कठिनाई हो सकती है। परिवार के किसी सदस्य या करीबी दोस्त को मरीज में ये सब लक्षण महसूस होने की अधिक संभावना हो सकती है। ALZHEIMER'S रोग में दिमाग की कार्य पद्धती में होते परिवर्तन से परेशानी बढ़ हो सकती है|

याद:
हर किसी को कभी-कभार memory lapse होता है।  यह सामान्य है कि आप अपनी घर  गाडी की चाबियाँ कही भूल जाते हैं, या बात करते समय किसी परिचित व्यक्ति का नाम भूल जाते हैं। लेकिन कुछ समय बाद भूली हुई वो सब बाते याद भी आती है। ALZHEIMER'S रोग में memory loss वैसेही बना रहता है, जैसे दिमाग से कोई बात बिलकुल साफ या किसी eraser से साफ कर दी गई हो। और ये अवस्था धीरे धीरे और बिगड़ने लगती है, जिससे काम या घर पर कार्य करने की क्षमता पर असर पड़ने लगता है।


ALZHEIMER'S के मरीजों के बदलते व्यवहारों के कुछ लक्षण:
• बार-बार बयान और सवाल दोहराना।
Communication, appointment या event भूल जाएं, और उन्हें बाद में याद न कर सके।
• नियमित रूप से संपत्ति का दुरुपयोग करते हैं, अक्सर उन्हें अतार्किक स्थानों (irrational places) में डालते हैं।
• परिचित स्थान जैसे घर या कार्यालय का पता भूल जाना।
• अंततः परिवार के सदस्यों और रोजमर्रा की वस्तुओं के नाम भूल जाते हैं।
• वस्तुओं को पहचानने, विचारों को व्यक्त करने या वार्तालापों (communication) में भाग लेने के लिए सही शब्द खोजने में परेशानी होती है।

ALZHEIMER'S से जुड़े कुछ सोच और तर्क:
ALZHEIMER'S रोग ध्यान केंद्रित करने और सोचने में विशेषकर संख्याओं जैसे abstract संकल्पाओं के बारे में कठिनाई का कारण बनता है। Multi-tasking विशेष रूप से कठिन है, और यह Finance Management या समय पर bill payment जैसे कार्य करने के लिए चुनौती पूर्ण हो सकता है।  इन कठिनाइयों को पहचानने और संख्याओं से निपटने में असमर्थता हो सकती है।

निर्णय क्षमता पर असर:
रोज़मर्रा की स्थितियों में उचित निर्णय लेने की क्षमता में गिरावट आ सकती हैं।  उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति सामाजिक संपर्क में खराब या अस्वाभाविक विकल्प (unnatural choice) बना सकता है या ऐसे कपड़े पहन सकता है जो मौसम के लिए अनुपयुक्त हों।

नियमित कार्यों पर असर:
बीमारी बढ़ने पर नियमित गतिविधियों के लिए जो नियोजन जरुरी होता है जैसे रोज का खाना बनाना या पसंदीदार खेल खेलना, जैसी चीजों में भी संघर्ष शरू हो जाता है। आखिरकार, ADVANCED ALZHEIMER'S वाले मरीज, रोज का तयार होना और स्नान, lunch या dinner में खाना खाना या खाने के बाद भी भुल जाने जैसे बुनियादी कार्यों को भूलना शरू कर सकते हैं।

व्यक्तित्व और व्यवहार में परिवर्तन:
ALZHEIMER'S रोग में दिमाग मे होने वाले परिवर्तन, mood और व्यवहार को प्रभावित कर सकते हैं।  समस्याओं में 
नीचे दिये तत्व दिख सकते हैं:
• डिप्रेशन।
• उदासीनता।
• समाज, दोस्त, परिवार से दूरी बनाना।
• मिजाज़ में बदलाव।
• चिड़चिड़ापन और आक्रमकता।
• नींद की आदतों में बदलाव।
• बिना मतलब भटकते रहना।
• मन की बात बोलने में हिचकिचाहट होना।
• भ्रम, विश्वासहीनता, अपना कुछ चोरी हो जाने का आभास होना।

डॉक्टर से मिलना जरूरी कब हो सकता है-
यदि मरीज अपनी स्मृति या अन्य दिमागी सोच कौशल (thinking skills) के बारे में चिंतित हैं, स्मृतिभ्रंश (memory loss) या अन्य मनोभ्रंश (DEMENTIA) के लक्षण लगातार महसूस हो रहे हो तो अपने डॉक्टर से निदान के लिए बात करें।

यदि आप परिवार के किसी सदस्य या मित्र के बारे में सोचने के कौशल के बारे में चिंतित हैं, तो अपनी चिंताओं के बारे में बात करें और डॉक्टर की नियुक्ति के लिए एक साथ जाने के बारे में पूछें।

ALZHEIMER'S बिमारी होने के कुछ कारण:
वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि ज्यादातर लोगों के लिए, ALZHEIMER'S रोग heredity, lifestyle और environmental factors के combination से होता है, जो समय के साथ दिमाग की कार्यपद्धति को प्रभावित कर सकता हैं।

वैसे तो ALZHEIMER'S 1% से भी कम समय,  विशिष्ट genetic परिवर्तनों के कारण होता है। आम तौर पर मध्यम आयु में इस बिमारी की शुरुआत हो सकती हैं।

ALZHEIMER'S रोग के निश्चित कारणों को पूरी तरह से समझा नहीं गया है, लेकिन इसके मूल में brain protein की समस्याएं हैं जो सामान्य रूप से कार्य करने में असफल हो जाती हैं, दिमाग की कोशिकाओं (brain cells) के काम को बाधित करती हैं और toxic घटनाओं की एक श्रृंखला (series) को उजागर करती हैं।Neurons damage हो जाते हैं, एक दूसरे के साथ connection खो देते हैं और आखीर में निष्क्रिय हो जाते हैं।


Damage सबसे अधिक बार दिमाग के क्षेत्र में शुरू होता है जो स्मृति (memory) को नियंत्रित करता है, लेकिन प्रक्रिया पहले लक्षणों से सालों पहले शुरू होती है।  Neurons का नुकसान दिमाग के अन्य क्षेत्रों के लिए कुछ हद तक estimated pattern में फैलता है। रोग के अंतिम चरण तक, दिमाग काफी हद तक सिकुड़ गया होता है।

ALZHEIMER'S से जुडे कुछ जोखीम भरे मुद्दे:
०१) उमर:
बढ़ती उम्र ALZHEIMER'S रोग की सबसे बडी जोखिम है।  ALZHEIMER'S उम्र बढ़ने का एक हिस्सा नहीं है, लेकिन जैसे-जैसे उम्र बढ़ने लगती हैं ALZHEIMER'S रोग बढ़ने की संभावना बढ़ जाती है। Research के मुताबिक हर १०००  लोगों में ALZHEIMER'S के ०२ मरीज उम्र ६५ से ७४ वर्ष के बिच, 11 नए मरीज, उम्र ७५ से ८४ के बीच, और ३७ नए मरीज उम्र ८५ और उससे अधिक के बीच के पाये जाते है।

०२) पारिवारिक इतिहास:
ALZHEIMER'S विकसित होने का जोखिम कुछ हद तक अधिक है अगर एक अत्यंत करीबी रिश्तेदार जैसे माता-पिता या भाई-बहन को ALZHEIMER'S की बीमारी हुई हो। वैसे तो पुरुष और औरतों में ALZHEIMER'S होने की जोखिम में फरक नही होता है लेकिन ALZHEIMER'S होने की संभावना औरतो में ज्यादा पायी गयी है क्योंकि औरतों का जीवन काल पुरुषों से ज्यादा होता है।


०३) Mild Cognitive Impairment:
Mild Cognitive Impairment स्मृति या अन्य thinking skills में गिरावट लाता है लेकिन इससे रोज मराह की जिंदगी से जुड़े कार्य मे बाधा नही आती है। इसका रुख ज्यादा तर DEMENTIA के लक्षण की तरफ होता है।

०४) भूतकाल में सिर पर आयी किसी गंभीर  गहरी चोट की वजह से ALZHEIMER'S होने का अधिक खतरा होता है।

०५) नींद की खराबी:
Research के अनुसार नींद की खराबी, जैसे कि सोते हुए या सोते रहने में कठिनाई, ALZHEIMER'S रोग के बढ़ते जोखिम से जुड़े हैं।

०६) जीवनशैली और दिल का स्वास्थ्य:
Research से पता चला है कि दिल की बिमारी से जुड़े विकार ALZHEIMER'S रोग के जोखिम को भी बढ़ा सकते हैं। जैसे:
• शारीरिक कसरत की कमी।
• मोटापा।
• धूम्रपान या second hand धुएं के संपर्क में आना।
• उच्च रक्तदाब।
• उच्च कोलेस्ट्रॉल
• अनियंत्रित Type 2 मधुमेह।

ALZHEIMER'S से जुड़ी कुछ उल्झने:
Memory और भाषा की हानी, बिगड़ती निर्णय क्षमता और ALZHEIMER'S के कारण होने वाले अन्य परिवर्तन का परिणाम अन्य किसी भी स्वास्थ्य स्थितियों के उपचार केलिये जटिल हो सकते हैं। ALZHEIMER'S रोग से पीड़ित इंसान को नीचे दी गयी दिक्कते भी हो सकती है:
०१) किसी भी तरह की पीड़ा को व्यक्त करना मुश्किल हो सकता है।
०२) किसी और बीमारी के लक्षणों के बारे में बताने में मुश्किल हो सकती है।
०३) एक निर्धारित उपचार योजना का पालन करने में मुश्किल हो सकती है।
०४) दवा के side effects पर ध्यान देने या उसका वर्णन करने में मुश्किल हो सकती है।
०५) खाने को निगलने में तकलीफ, संतुलन और आंत्र (bowel) और मूत्राशय (urinary bladder) पर नियंत्रण कम होने लगता है।
०६) Pneumonia और अन्य संक्रमण।
०७) Fractures. 
०८) Bed sores. 
०९) कुपोषण।

ALZHEIMER'S से पीड़ित मरीज का ख्याल रखने के कुछ उपाय:
०१) मरीज को घर पर अकेले न छोड़े या वे अकेले कही बाहर न जा सके इसकी एहतियात बरते।
०२) उनसे अवहेलनात्मक बर्ताव न करें।
०३) उनकी नई विकसित हुई भूलने की आदत का मजाक न उड़ाये।
०४) उनको भूली हुई चीजों कों याद रखवाने केलिये छोटी छोटी कागज की chits बनाकर उनमे उनके जरूरत की चीजों के बारे में लिखकर उनके आसपास रखें।
०५) हमेशा उनके purse या बटवे में उनका और नजदीकी किसीं परिवार के सदस्य या दोस्त का नाम, मोबाईल नंबर और घर का पता लिखकर छोड दे। ताकी अगर गलती से बहर निकलने पर नाम-पता याद न रहने पर कोई उनको घर पर सुरक्षित छोडने में उनकी मदत कर सके।

ALZHEIMER'S से निवारण (Prevention) के उपाय:
ALZHEIMER'S केलिये निश्चित कोई इलाज नही है या ये कोई एक रोके जाने योग्य स्थिति भी नहीं है। हालांकि जीवन शैली से जुड़े कुछ बदलाव के चलते, ALZHEIMER'S की जोखिम को दूर किया जा सकता है। अगर हृदय रोग के जोखिम को आहार, कसरत और आदतों में परिवर्तन करने में मदद कर सकता है तो वही परिवर्तन ALZHEIMER'S और अन्य विकार जो memory loss का कारण बनते हैं, उन्हें कम कर सकते हैं। स्वस्थ जीवन शैली से दिल की सेहत का ध्यान रखने में उपयुक्त कुछ पर्याय, ALZHEIMER'S के जोखिम को भी कम कर सकते हैं:
०१) नियमित रूप से कसरत करें। 
०२) प्रयास करें कि अपने दिनचर्या में, दिमाग से जुडा कोई एक काम जरूर करें ताकि दिमाग की कार्यस्थिति तन्दुरुस्त रहे।
०३) Saturated Fat से कम, ताजा और स्वस्थ तेल उपयुक्त खाद्य पदार्थ खाएं।
०४) उच्च रक्तदाब, मधुमेह और High Cholestrol को उचीत आहार के जरिये प्रमाण बद्ध रखें।
०५) धूम्रपान की आदत होने पर उसें छोड़ने केलिये डॉक्टर की सहायता ले।

Research से पता चला है कि बुढापे में ALZHEIMER'S से बचने केलिये कुशल सोच, सामाजिक कार्यक्रमों में भाग लेना, पढ़ने की आदत, नृत्य करने में रुची रखना, बोर्ड गेम खेलना, किसी भी कला से जुड़ा काम करना और किसी तरह मन को व्यस्त रखना जरूरी होता है। और ये सब आदते जीवन में जितनी जल्दी अपना ले उतने ही ALZHEIMER'S को दूर रखने की आसानी हो सकती है।  जैसे खाली दिमाग शैतान का घर होता है उसी तरह अगर खाली दिमाग ALZHEIMER'S का घर कहा जाये तो गलत नही होगा।

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-(KD Blogs)
✍©कुणाल देशपांडे। 

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