BLOG POST 18: The ALCOHOL USE DISORDER (AUD)


ALCOHOL USE DISORDER
 (AUD) एक दीर्घकालिक दिमागी स्थिति है जिसमें मरीज अपने सामाजिक जीवन, अपनी नौकरी या अपने स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाते हुए भी अपने शराब पीने को रोक या नियंत्रित नहीं कर सकते हैं।

जब पीने के बार-बार गंभीर परिणाम होने लगते है तो मरीज ALCOHOL USE DISORDER (AUD) का शिकार बन जाता है।  इसमें Alcohol  Dependency भी शामिल है, जिसकी वजह से मरीज पीने पर नियंत्रण खो देता है, यहां तक कि जब शराब पिना यही समस्याओं का कारण बनता है, तो भी उसी समस्या से छुटकरा पाना मुश्किल बन जाता है। या फिर  शराब का वही प्रभाव बने रहने केलिए या उन समस्याओं से दूर भागने केलिए, मरीज फिर से शराब पीना पसंद करते है या शराब छोड़ने की कोशिश करने पर उन्हें withrawal syptoms का अनुभव होता है। 


Unhealthy Alcohol 
 के उपयोग में alcohol का उपयोग शामिल है जो आपके स्वास्थ्य या सुरक्षा को खतरे में डालता है या अन्य  alcohol संबंधी समस्याओं का कारण बनता है। इसमें binge drinking pattern  भी शामिल है - जिसमे पुरुष दो घंटे के भीतर पांच या अधिक पेय का सेवन करता है या एक महिला दो घंटे के भीतर कम से कम चार पेय पीती है। 

यदि मरीज के पीने का pattern उसे  बार-बार दैनिक जीवन के तनाव, संकट और समस्याओं को हल्का और मुक्त कराने का अहसास दिलाता है तो ये जान लेना जरूरी है की वो मरीज Alcohol Dependency  का शिकार बन रहा है। और ये निर्भरता (dependency) हल्के से शरू होकर लेकर गंभीर स्वरूप ले सकती है।  इसलिए प्रारंभिक उपचार महत्वपूर्ण है।

लक्षण:
मरीज के द्वारा अनुभव किए जाने वाले लक्षणों के आधार पर alcohol dependency के विकार की श्रेणी हल्की, मध्यम या गंभीर रूप की होना तय किया जा सकता है। इसकी श्रेणी निचे दिए कुछ लक्षणों से समझ में आ सकते है:
  • मरीज द्वारा पी जाने वाली शराब की मात्रा को सीमित करने में असमर्थ होना। 
  • मरीज पीने की संख्या में कटौती करना चाहते है या ऐसा करने के असफल प्रयास करना चाहते हैं। 
  • बहुत अधिक समय तक शराब पीना। 
  • शराब पीने की तीव्र लालसा या आग्रह महसूस करना। 
  • बार-बार शराब के उपयोग के कारण काम, स्कूल या घर पर प्रमुख जिम्मेदारियों को पूरा करने में असफल। 
  • शराब पीना जारी रखते हुए भी आप जानते हैं कि यह शारीरिक, सामाजिक या पारस्परिक समस्याओं का कारण है। 
  • सामाजिक और पसंददीदार गतिविधियों और शौक को कम करना या ना करना। 
  • शराब का सेवन, Driving या Swimming जैसे स्थितियो में करना जहा ऐसा करना खतरनाक और जानलेवा हो सकता है। 
  • जब मरीज शराब छोड़ने की कोशिश करते है तो मन मचलना(nauseatic feeling), पसीना आना और थरथराहट जैसे Withdrawal Symptoms का अनुभव होटा है। मरीज इन लक्षणों से बचने के लिए फिर से शराब पिने की कोशीश करते है।

ALCOHOL USE DISORDER के विकार में  Alcohol Intoxication और Withdrawal Symptoms  जैसे व्याधि भी जुड़ सकती है।


ALCOHOL INTOXICATION: 
शराब के नशे के परिणाम के रूप में मरीज के  रक्तप्रवाह (blood  flow) में शराब की मात्रा बढ़ जाती है। रक्त में alcohol की मात्रा जितनी अधिक होगी, मरीज उतने ही अधिक कमजोर हो जाएंगे। शराब के नशे में व्यवहार की समस्याएं और मानसिक परिवर्तन होते हैं। इनमें अनुचित व्यवहार, अस्थिर मनोदशा (unstable mindset), बिगडी हुई निर्णयक्षमता, गाली गलौज (abusive behaviour), बिगड़ा हुआ ध्यान या स्मृति और खराब समन्वय (coordination) शामिल हो सकते हैं। मरीज को "Memory Blackouts" नामक व्याधि हो सकती है, जहां उन्हें घटनाएं याद नहीं रहती हैं।  बढ़े हुए blood alcohol levels  coma या मौत तक का कारण बन सकते है।


WITHDRAWAL SYMPTOMS:
जब शराब का उपयोग भारी और लंबे समय तक किया गया हो और फिर बंद कर दिया गया हो या बहुत कम हो गया हो तो मरीज को Withdrawal  Symptoms का अनुभव हो सकता है। यह कई घंटों से लेकर चार या पांच दिन बाद हो सकता है। लक्षण के तौर पर तेजी से दिल की धड़कन, हाथ कांपना, नींद न आना, जी मचलना (nauseatic feeling) और उल्टी, मतिभ्रम (hallucinations), बेचैनी और व्याकुलता, चिंता और कभी-कभी दौरे शामिल हैं। कार्यस्थल (work place) या सामाजिक स्थितियों (social situations) में कार्य करने की मरीज की क्षमता को बाधित करने के लिए लक्षण काफी गंभीर हो सकते हैं।

डॉक्टर को कब देखना जरूरी हो जाता है
यदि मरीजको लगता है कि वे कभी-कभी बहुत अधिक शराब पीते हैं, या उनके पीने से समस्या हो रही है, या उनके परिवार को उनके पीने के बारे में चिंता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें। सहायता प्राप्त करने के अन्य तरीकों में एक mental health  professional के साथ बात करना या support group से मदद लेना शामिल है। 

क्योंकि इनकार आम है, इसलिए मरीजको वे Alcohol Use Disorder  के मरीज होने का अहसास नहीं हो सकता है। वे यह नहीं पहचान सकते हैं कि वे कितना पीते हैं या उनके जीवन में कितनी समस्याएं Alcohol Use से संबंधित हैं। इसीलिए ऐसे मरीजों को उनके रिश्तेदारों, दोस्तों या सहकर्मियों की जांच करने या मदद लेने की सलाह को सुनना जरूरी होता है।  प्रियजनों से एक हस्तक्षेप कुछ लोगों को पहचानने और स्वीकार करने में मदद कर सकता है। किसी ऐसे व्यक्ति से भी मद्त ले सकते है जिसने पहले कभी प्रयत्नपूर्ण तरिके से शराब पिने की आदत से छुटकारा पाया हो। 

Alcohol Use Disorder की वजह:
Genetic, Psychological, Social और Environmental चीजे, मरीज के शरीर और व्यवहार पर क्या प्रभाव पड़ सकता इसकेलिए कारणीभूत हो सकती है। समय के साथ, बहुत अधिक शराब पीने से मरीज के दिमाग के क्षेत्रों का सामान्य कार्य बदल सकता है। जो आनंद, निर्णय और मरीज के व्यवहार पर नियंत्रण करने की क्षमता के अनुभव से जुड़ा है। यह मरीज के दिमाग में शराब द्वारा अच्छी भावनाओं को वापस लाने या नकारात्मक विचार और तनाव को कम करने के भ्रम को पैदा कर सकता है। 

Alcohol Use Disorder से जुडी कुछ जोखिम भरी चीजे:


  • सामाजिक और सांस्कृतिक प्रभाव: दोस्त या करीबी साथी जो नियमित रूप से पीते हैं, वे Alcohol Use Disorder का खतरा बढ़ा सकते हैं। कभी-कभी media में जिस glamorous  तरीके से शराब पीना दिखाई जाता है, उससे शराब पिने में कोई बुराई नहीं है इस तरह का गलत संदेश फ़ैल सकता है , इसीलिए अब फिल्मो और serials में "Alcohol Drinking is Injurious To Health" नामक disclaimer अनिवार्य किया गया है। । युवा लोगों के लिए, माता-पिता, साथियों और अन्य रोल मॉडल का प्रभाव जोखिम को प्रभावित कर सकता है।
  • कम उम्र में शराब पीना शुरू करना: जो लोग पीना शुरू करते हैं - विशेष रूप से binge drinking - उन्हें कम उम्र में Alcohol Use Disorder होने का अधिक खतरा होता है।
  • परिवार के इतिहास: जिन लोगों के माता-पिता या अन्य करीबी रिश्तेदार हैं, जिन्हें शराब की समस्या है, उनके लिए Alcohol Use Disorder का खतरा अधिक है। यह आनुवांशिक कारकों से प्रभावित हो सकता है।
  • Depression और अन्य मानसिक विकारों से जुडी समस्याएं: यह एक मानसिक स्वास्थ्य विकार जैसे चिंता, depression , schizophrenia या Bipolar Disorder वाले लोगों के लिए शराब या अन्य पदार्थों के साथ समस्याओं के लिए आम है।
  • जीवन में किसी बड़े आघात का इतिहास: भावनात्मक या अन्य किसी आघात के इतिहास वाले लोगों में Alcohol Use Disorder का खतरा बढ़ जाता है।
  • समय के साथ मद्यपान करना: एक विस्तारित अवधि के लिए नियमित रूप से बहुत अधिक पीने या  binge drinking से शराब से संबंधित समस्याएं या Alcohol Use Disorder विकार हो सकता है।
Alcohol Use Disorder की वजह से निजी सुरक्षा पर पड़ने वाले प्रभाव:
अत्यधिक शराब पीने से मरीज के निर्णय कौशल, कार्य क्षमता,  सोच पर  प्रभाव पड सकता है , जिससे जिंदगी से जुड़े गलत विकल्प (choices) या व्यवहार शामिल हैं:

  • घरेलू हिंसा।
  • मोटर वाहन दुर्घटनाएं और अन्य प्रकार की आकस्मिक चोट, जैसे पानी में डूबना। 
  • रिश्ते की समस्या।
  • औफिस या कार्यस्थल पर में खराब प्रदर्शन। 
  • हिंसक अपराध करने या अपराध का शिकार होने की संभावना बढ़ जाती है। 
  • रोजगार, आर्थिक स्थिति के साथ जुडी कानूनी समस्याएं। 
  • जोखिम भरा, असुरक्षित यौन संबंध,या यौन शोषण या date rape  का सामना करना।
  • आत्महत्या करने का प्रयास या उसमे सफल होने का खतरा बढ़ जाना। 
Alcohol Use Disorder की वजह से स्वास्थ्य पर होने वाले परिणाम:
लगातार शराब पिने से समय के साथ निचे शामिल स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं:


Liver Cirrhosis:
 
भारी शराब पीने से Liver की सूजन और समय के साथ, अपरिवर्तनीय विनाश और Liver Cirrhosis  के निशान बढ़ सकते हैं।
कब्ज़ (Digestion)की शिकायत: भारी शराब पीने से पेट की परत (गैस्ट्रिटिस) की सूजन हो सकती है, साथ ही पेट और ग्रासनली के अल्सर भी हो सकते हैं। यह B Vitamin और अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण में भी हस्तक्षेप कर सकता है। भारी मात्रा में शराब पीने से मरीज के Pancreas को सूजन की वजह से नुकसान हो सकता है। 
हृदय की समस्याएं: अत्यधिक शराब पीने से उच्च रक्तचाप (high blood pressure) हो सकता है और उसकी वजह से  Heart  Failure  या Stroke का खतरा बढ़ जाता है। 
मधुमेह (Diabetes) की जटिलताओं: शराब मरीज के liver से glucose की रिहाई के साथ हस्तक्षेप करता है और low blood sugar (Hypoglycaemia) के जोखिम को बढ़ा सकता है। यह खतरनाक है अगर मरीज को मधुमेह (Diabetes) हो और मरीज पहले से ही  blood sugar level को कम करने के लिए insulin ले रहे हैं।
यौन संबंध और महिलाओं में मासिक चक्र के मुद्दे: अत्यधिक शराब पीने से पुरुषों में यौन दोष पैदा कर सकता है। महिलाओं में, यह मासिक चक्र को बाधित कर सकता है।
आँखों की समस्या: समय के साथ, भारी पीने से Vitamin B-1 की कमी के कारण  तेजी से आंख की गति के साथ-साथ मरीज की आँखों की मांसपेशियों भी कमजोर हो सकती है।  Vitamin B-1 की कमी, पक्षाघात (paralysis) की वजह भी बन सकती है। 
जन्म दोष: गर्भावस्था के दौरान शराब का उपयोग गर्भपात का कारण हो सकता है। यह गर्भ में पलते बच्चे के ALCOHOL SYNDROME का कारण भी हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप  बच्चों में जन्म के बाद उम्र भर शारीरिक और विकास संबंधी समस्याएं हो सकती  हैं।
Bone Damage: शराब नई हड्डी के उत्पादन में हस्तक्षेप कर सकती है। इसकी वजह से हड्डियों में calcium की कमी की वजह से जिसे Osteoporosis कहां जाता है या हड्डियॉं में कमजोरी की बजह से जल्दी  fracture का खतरा बढ़ सकता है। शराब bone marrow को भी नुकसान पहुंचा सकती है, जो blood cells  को बनाता है। यह कम platelet count का कारण बन सकता है, जिसके परिणामस्वरूप घाव और रक्तस्राव हो सकता है।
Neurological Complications: अत्यधिक शराब पीने से मरीज का nervous  system प्रभावित हो सकता है, जिससे उनके हाथों और पैरों में सुन्नता और दर्द हो सकता है, irrational thinking, dementia  और short -term memory loss हो सकता है।
कमजोर Immune  System: अत्यधिक शराब का उपयोग मरीज के शरीर को बीमारी का विरोध करने के लिए कठिन बना सकता है, जिससे विभिन्न बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, खासकर Neumonia.
Cancer का खतरा: लंबे समय तक, अत्यधिक शराब का उपयोग मुंह, गले, liver और breast cancer सहित कई प्रकार के कैंसर के उच्च जोखिम से जोड़ा गया है। यहां तक ​​कि मध्यम शराब पीने से भी breast cancer का खतरा बढ़ सकता है।


इलाज:
Alcohol Use Disorder के लिए उपचार आपकी आवश्यकताओं के आधार पर भिन्न हो सकते हैं। सबसे पहले तो किसी भी बिमारी से झूंझने केलिए मरीज की खुद की तयारी होनी जरुरी होती है। इस केलिए अपनी बिमारीको स्वीकारना और उससे निजात पाने की महत्वकांक्षा को जन्म देना जरूरी होता है। फिर परिवार वाले, प्रियजन, दोस्त, स्नेही इन सारे लोगों का मरीज को  मद्त करने केलिए आगे आना जरूरी  होता है। Alcohol Use Disorder से निजात पाने की जंग जितनी मरीज की होती है उतनीही उसके परिवार और प्रियजनों की भी होती है। इसके इलावा  Alcohol Use Disorder से पीड़ित मरीज, Individual या Group Conselling, Out Patient Programme या किसी  Rehabilitation Center में भरती हो सकते है। जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए, Alcohol Use  को रोकने के लिए काम करना सबसे मुख्य उपचार लक्ष्य होना जरूरी है।

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अगले blogs में भी ऐसी ही अलग अलग मनोविकार और मनोवस्थाओं के बारे में जागरूकता हेतु जानकारी देने का प्रयास रहेगा। उसी हेतु से पढ़ते और share करते रहिये। अगले blog तक stay safe and healthy, MENTALLY & PHYSICALLY. 😊
-(KD Blogs)
✍©कुणाल देशपांडे। 

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