Posts

BLOG POST 18: The ALCOHOL USE DISORDER (AUD)

Image
ALCOHOL USE DISORDER  (AUD) एक दीर्घकालिक दिमागी स्थिति है जिसमें मरीज अपने सामाजिक जीवन, अपनी नौकरी या अपने स्वास्थ्य को नुकसान पहुँचाते हुए भी अपने शराब पीने को रोक या नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। जब पीने के बार-बार गंभीर परिणाम होने लगते है तो मरीज  ALCOHOL USE DISORDER  (AUD) का शिकार बन जाता है ।  इसमें Alcohol  Dependency भी शामिल है, जिसकी वजह से मरीज पीने पर नियंत्रण खो देता है,  यहां तक कि जब शराब पिना यही समस्याओं का कारण बनता है, तो भी उसी समस्या से छुटकरा पाना मुश्किल बन जाता है। या फिर  शराब का वही प्रभाव बने रहने केलिए या उन समस्याओं से दूर भागने केलिए, मरीज फिर से शराब पीना पसंद करते है या शराब छोड़ने की कोशिश करने पर उन्हें  withrawal syptoms का अनुभव होता है।  Unhealthy Alcohol   के उपयोग में alcohol  का उपयोग शामिल है जो आपके स्वास्थ्य या सुरक्षा को खतरे में डालता है या अन्य   alcohol  संबंधी समस्याओं का कारण बनता है। इसमें binge drinking pattern   भी शामिल है - जिसमे पुरुष दो घंटे के भीतर पांच या अधिक पेय का सेवन करता है या एक महिला दो घंटे के भीतर कम से कम चार पेय पी

BLOG POST 17: The ALZHEIMER'S

Image
ALZHEIMER'S  एक प्रगतिशील विकार है जिसके कारण दिमाग की कोशिकाएं (Brain cells) खराब हो जाती हैं और धीरे धीरे निष्क्रीय होने लगती हैं।  ALZHEIMER'S  रोग DEMENTIA   का सबसे आम कारण है - इसके चलते इंसान की सोच, उनके व्यवहार और उनके सामाजिक कुशलताओ में लगातार गिरावट होने लगती हैं। साथ ही साथ मरीज की स्वतंत्र रूप से कार्य करने की क्षमता को भी बाधित करती है। ALZHEIMER'S  रोग का नाम Dr. Alois ALZHEIMER के नाम पर रखा गया है।  1906 में, Dr.ALZHEIMER ने एक महिला के brain tissues में परिवर्तन देखा, जिनकी असामान्य मानसिक बीमारी से मृत्यु हो गई थी। लक्षण: इस बीमारी में, घटनाओं या बातचीत को भूलना शुरुआती लक्षण होते हैं। जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती है,  ALZHEIMER'S  का मरीज  memory loss का सामना करने लगता हैं और रोजमर्रा के कार्यों को करने की क्षमता खो देने लागता है। उन्हें अपने विचारों की व्यवस्थापन में कठिनाई हो सकती है। परिवार के किसी सदस्य या करीबी दोस्त को मरीज में ये सब लक्षण महसूस होने की अधिक संभावना हो सकती है।  ALZHEIMER'S  रोग में दिमाग की कार्य पद्धती में होते परिवर्तन से

BLOG POST 16: The POSTPARTUM DEPRESSION

Image
बच्चे का जन्म उत्साह और खुशी से लेकर भय और चिंता तक,  अलग अलग भावनाओं को उत्तेजित कर सकता है।  इसका परिणाम कभी कभी उम्मीद से बिलकुल भी परे हो सकता हैं | विश्वास करना मुश्किल हो सकता है लेकिन बच्चे की delivery  के बाद महिलाये,  mood  swings  और hormonal  changes  की वजह से  DEPRESSION के शिकार हो सकती है। इस अवस्था को मनोवैज्ञानिक भाषा में  POSTPARTUM  DEPRESSION  कहा जाता है। आज का blog इसी मानसिक स्थिति के बारे में जानकारी और जागरूकता हेतु पेश करने का प्रयास है।  अधिकांश नयी बनी माताओं को delivery  के बाद "BABY BLUES POSTPARTUM" का अनुभव होता है, जिसमें आम तौर पर मिजाज में चढ़ उतार, बिना वजह के रोना आना, चिंता और सोने में कठिनाई जैसी तकलीफे  होती है। D elivery  के बाद  BABY BLUES  आम तौर पर पहले दो से तीन दिनों के भीतर शुरू होते हैं, और दो सप्ताह तक चल सकते हैं। लेकिन कुछ नए माताओं में यही BABY BLUES   अधिक गंभीर, लंबे समय तक चलने वाला रूप भी ले सकते है और इसी लंबे समय तक चलने वाले मानसिक अवस्था को  POSTPARTUM DEPRESSION कहा जाता है।  शायद ही कभी,  बच्चे के जन्म के बाद

BLOG POST 15: The KLEPTOMANIA (A Stealing Disorder)

Image
KLEPTOMANIA एक अजीबोगरीब मानसिक विकार है जिसमे मरीज को अनजाने में चीजे चोरी करने या उठाने की आदत होती है। ज्यादातर मन में उठते आवेग (impulse) को काबू न कर पाने वाले इंसानों में ये मानसिक बिमारी पायी जाती है । इसीलिए इसका वर्गीकरण मानवी  भावना और  व्यवहारों पर काबू रखना मुश्किल होने वाली,   I mpulse Control Disorder के अंतर्गत किया जाता है। इसे आवेगी व्यवहार  (impulsive behaviour)  का लक्षण भी माना जाता है। इस व्याधि के चलते मरीज को प्रलोभन और खुद के लिए या औरों केलिए खतरा पैदा करने वाले किसी भी व्यवहार करने की चाह को काबू करना मुश्किल हो जाता है।  DSM (Diagnostic and Statistics Manual) के अनुसार  KLEPTOMANIA के मरीज  कभी भी नफा या कोई भी आर्थिक या भौतिकवादी  (materialistic)  चाहत की वजह से बिलकुल भी  चोरी नही करते है । KLEPTOMANIA एक ऐसी   मानसिक बीमारी है जो मनुष्य के व्यवहार ( behavioural addiction  ) से जुड़े एक अजीब व्यसन है। इस बीमारी के चलते मरीज चीजे को चुराने की या उठाने की चाहत को काबू नही कर पाते है। मरीज किसी चोर की तरह चुराई हुई चीजे कही जाकर बेचकर पैसे नहीं 

BLOG POST 14: The SCHIZOPHRENIA (Part 02)

Image
पिछले  blog में  SIMPLE  |  HEBEPHRANIC OR DISORGANIZED  |  CATATONIC  |  PARANOID इन   चार प्रकार के  SCHIZOPHRENIC बीमारियों के बारे में जानकारी देने का प्रयास था। इस blog  में  HEBEPHRANIC OR DISORGANIZED SCHIZOPHRENIA के   अंतर्गत आते दुभंग व्यक्तिमत्व (SPLIT PERSONALITY या MULTIPLE PERSONALITY DISORDER के बारे में जानकारी देने का प्रयास होगा। इस मानसिक बीमारी की चलते मरीज खुद से और औरोंसे अपना मानसिक संबंध खो बैठते है। इस बिमारी के लक्षण HYSTERICAL DISASSOCIATION में भी पाए जाते है। फरक इतना ही है की  HYSTERICAL DISASSOCIATION व्यक्तित्व  पे ज्यादा गहरा आघात नहीं होता है। मरीज के व्यक्तित्व के महत्वपूर्ण घटक उसके मुख्य  व्यक्तित्व से सिर्फ   कुछ देर तक अलग हो जाते है लेकिन जल्द ही वापस भी आ जाते है।  लेकिन SCHIZOPHRENIA  के  SPLIT  या MULTIPLE PERSONALITY DISORDER के बिमारी में ये वापसी बहोत ही मुश्किल हो जाता है।  ये भिन्न व्यक्तित्व का जन्म बचपन में घटी किसी अप्रिय घटना के चलते, या फिर मुख्य व्यक्तित्व को बाहरी दुनिया, दोस्त, परिवार से हद से ज्यादा मिला हुआ अवहेलनात्मक बर्त